37岁的丹增多吉的记忆中,穿越拉达克首府列城的河水当年是可以直接饮用的。
“那样的场景现在仅仅存在于梦境了,”他感叹道。如今,大量涌入拉达克的游客不仅改变了当地人的观念,也改变了当地水的质量和供给。
1974年印度政府才开始允许外国游客进入这片位于喜马拉雅山区中、毗邻中国和巴基斯坦的偏远之地。自那以后游客数量飞速增长。列城旅游局助理总监迈哈伯布·阿里告诉“第三极”,列城当年接待的游客数量就接近20万。这一数字是当地常住人口数量的四倍。
猛增的人流改变了当地人的生活方式。当地主管农业事务的官员默罕默德·侯赛因说,旅游业的急剧发展致使当地一半以上的居民完全或部分放弃农业生产。
“当你发现身边有其他(赚钱)的机会时,你不可能完全无动于衷, 任何人都是这样。” 侯赛因说。
越来越多的居民开起了餐馆或者旅店。但多吉尔指出,旅游业的兴旺是有代价的。旅游业的发展侵蚀了拉达克的传统,而在这片天然环境原本恶劣的土地上,传统习俗曾经帮助人们与自然和谐共处。
“比如说,我们这里的居民以前都是用旱厕的。但现在旱厕越来越多地被抽水马桶取代。这完全是与自然背道而驰的,因为拉达克本来就是一个缺水的地方,”多吉告诉“第三极”。
几个世纪以来,拉达克的居民们使用的都是干厕便器。列城公共健康工程部执行工程师扎西顿珠说:“我是传统旱厕的支持者。旱厕虽然听起来不那么雅观,但却是最适合我们的。”这位高级官员家中使用的就是旱厕,他希望借此为这个水资源紧缺的地区树立一个榜样。
拉达克生态开发集团( )执行总监洛桑苏廷表示,旱厕还有其他好处。“旱厕里的粪便可以用来给庄稼施肥。最重要的是,即便在列城冬天最低气温达到零下40摄氏度的时候也可以很方便地使用。”非政府组织LEDeG呼吁人们使用有利于生态保护的旱厕 。
一些居民对此表示认同。家庭主妇德钦曲措称自己不准备用抽水马桶替代家里的旱厕 。“我们一直用着挺好的。不需要水,不会有什么异味,而且粪便还可以用来给农田施肥。”
苏廷警告说,拉达克很多地区的地下水位正在快速下降,列城周围尤其如此。“这将在近期带来严重的问题。这是一个危险的趋势,因为列城降水量微不足道,只有非常少的降雨和降雪。我们必须珍惜现有的地下水资源。”
列城及周边大多数河流都流淌的是冰川融水。居民反映说水流量日益减少。在所有的酒店、旅馆以及八成家庭都使用地下水资源的背景下,河流水量的减少意味着地下水位更加难以恢复。 近期对列城地下水使用情况进行了调查。初步结果显示,城内375家酒店每天开采使用地下水85.21万升。
所有这些事实都令多吉忧心不已。“人们采取的措施都与自然的规则不符,”他说。“应该禁止挖自流井等背离传统的行为,只有这样我们才能生存下去。”
Friday, August 31, 2018
Wednesday, August 29, 2018
阿斯伽迪亚:首个太空社区面临的难题
迄今为止,我是两个国家的正式国民。一个是人口3.25亿,面积近1000万平方公里的美国。另一个是阿斯伽迪亚( )国。成立于2017年11月的阿斯迪伽亚有大约24.6万国民,但目前其国土只是一个61磅重(2.7公斤),大小和面包箱相当的卫星,在近地轨道上漂浮着。
阿斯伽迪亚的宪法宣称,阿斯伽迪亚计划将来会建造一艘环绕地球运行的巨型“太空方舟”,并在月球乃至其他“天体”上建立殖民地。阿斯伽迪亚的“领袖”阿舒尔贝利( 并不是在开玩笑。他的简历显示,这位来自阿塞拜疆的亿万富翁涉足出版、电信、科学教育,以及太空威胁防御、纳米技术和航天研究咨询等多个商业领域。他还曾担任俄罗斯大型国有公司 的首席执行官。 是一家防务承包商,主要制造导弹系统和其他军事装备。离开该公司后,阿舒尔贝利转而在俄罗斯修建大教堂。
6月25日,阿舒尔贝利在奥地利维也纳就任阿斯伽迪亚首任“国家元首”。他的头像被印在阿斯伽迪亚的官方纪念币上。在就职典礼结束后的晚宴上,纪念币发放给了到场的宾客。
当晚的就职典礼在维也纳巴洛克风格的霍夫堡宫举行。典礼仪式上,乐队的演奏炒热了气氛,然后一个少女合唱团演唱了阿斯伽迪亚的新国歌。现场还播放了国际空间站的一名俄罗斯宇航员提前录制的祝贺词。随后,阿舒尔贝利发表演讲,宣布阿斯伽迪亚的崇高目标是“太空和平以及防止地球上的冲突转移至太空”。他戴着一条中世纪风格的项链,上面有一枚徽章。
然后,由国民、议员、捐款人、支持者、媒体和其他来宾组成的大约350名宾客被领进一个风格华丽的大厅,享用有三道菜的晚宴。国际著名的音乐家和舞蹈家为我们带来了精彩的表演,从经典歌剧、协奏曲、芭蕾舞,到弗拉明戈舞、日本民歌和一名穿着黑色长筒靴在舞台上踱着步的音乐家用红色电子小提琴演奏的施特劳斯名曲。组织者选择这些节目部分是为了表明阿斯伽迪亚有12种官方语言(英语为工作语言)。阿舒尔贝利后来告诉我,突出艺术的地位很重要,因为“武器让我们四分五裂,文化让我们团结一心”。
这一切似乎是十足的乌托邦式的,但阿斯伽迪亚打算如何超越人类在地球上有着漫长历史的冲突呢?
阿斯伽迪亚“ ”这个词来自“ ”(阿斯加德),指的是北欧神话故事中众神在古斯堪的纳维亚的居住地。阿舒尔贝利称阿斯伽迪亚是一个“王国”,但他的头衔并不是国王,而是“国家元首”。阿斯伽迪亚的宪法规定,国家元首任期5年,担任此职务者可连任,直至82岁。继任者由国家元首、太空理事会和议会提名。
晚宴过后,阿舒尔贝利站在桌旁,同排队等候与他交谈和自拍的每一个国民进行了简短交流。来自加拿大的阿斯伽迪亚国民布罗根(Mitchell Brogan),从事加密货币和区块链行业。他说,见到国家元首时他很紧张,但阿舒尔贝利让他放松了下来,甚至“允许我教他怎么碰拳祝贺”。
之后,阿舒尔贝利坐了下来,在一名俄英翻译的协助下接受媒体一对一的采访。轮到我时,我告诉他我也是一名阿斯伽迪亚国民。他一边用英语说“你好,阿斯伽迪亚人”,一边在脸上挤出了一个微笑。
身为阿塞拜疆贵族之后的阿舒尔贝利告诉我,他之所以称自己的新国家为“王国”部分原因是“我喜欢英国联合王国”,还有一部分原因是这个词有某种魔力。你不觉得这很浪漫吗?就像“天国”,是天堂里而不是地球上的一个王国。
阿舒尔贝利信奉基督教,但他已下令“在阿斯伽迪亚禁止”一切宗教和政党,以期避免地球上的宗教和政治冲突。尽管颁布了诸如此类的法令,但阿舒尔贝利说“阿斯伽迪亚完全是一个民主国家”。
但要是你看看阿斯伽迪亚的宪法,就会发现国家元首有权解散议会。法国医生萨吉特( Saget)是阿斯伽迪亚的146名议员之一。他向来对太空旅行和太空医学感兴趣。他说,“王国”这种国体起初的确让他感到困扰,但他相信君主立宪制的概念。这位曾申请成为欧盟宇航员的议员说,“重要的是有人定下正确的基调。”
阿斯伽迪亚的逾 24万6千国民来自世界各地。布克莱雷维奇( icz)生活在夏威夷,是一名护士,也是一名临终看护。她还是夏威夷希洛艾米洛天文中心( 的志愿者。她没有来维也纳躬逢其盛,但她在电子邮件中向我解释说,她成为阿斯伽迪亚公民是因为看到了“真的有机会从一份清白的蓝图开始,成立一个 '开放国家'的可能性”。
Monday, August 27, 2018
जिनकी नींद उड़ी रहती है उनका दिमाग़ ठीक नहीं होता
जक्के टैमिनेन के ऐसे बहुत से शागिर्द हैं जो आम छात्रों की तरह ही बर्ताव करते हैं. वो इम्तिहान से एक दिन पहले
सारी रात जाग कर पढ़ते हैं, ताकि जितना हो सके उतना चीज़ें याद कर लें.
मगर, किसी भी छात्र के लिए इससे ग़लत काम नहीं होता.
ये बात ख़ुद
टैमिनेन कहते हैं. टैमिनेन ब्रिटेन के रॉयल हॉलोवे यूनिवर्सिटी में
मनोविज्ञान के लेक्चरर हैं. वो छात्रों को चेतावनी देते हैं कि इम्तिहान से
एक रात पहले जागना उनके लिए बहुत नुक़सानदेह है.टैमिनेन को ये बात इसलिए पता है क्योंकि वो नींद के हमारे ज़हन पर पड़ने वाले असर के एक्सपर्ट हैं. वो ये अच्छी तरह से जानते-समझते हैं कि नींद हमारी याददाश्त पर और ज़बान को याद करने की ताक़त पर कैसा असर डालती है.
टैमिनेन कहते हैं कि सोते हुए टेप रिकॉर्डर पर किसी भाषा का ऑडियो सुनते हुए सोने पर वो भाषा याद हो जाएगी, ऐसा बिल्कुल नहीं है.
हां, नींद का हमारी ज्ञान बढ़ाने की कोशिश से गहरा ताल्लुक़ है. टैमिनेन ही नहीं तमाम और रिसर्चर्स के तजुर्बों से ये बात सामने आई है.
टैमिनेन अभी जो रिसर्च कर रहे हैं, उसमें शामिल होने वालों को पहले नए शब्द याद कराए जाते हैं. फिर उन्हें रात भर जगा कर रखा जाता है. टैमिनेन, इन लोगों की याददाश्त को पहले कुछ दिनों, फिर कुछ हफ़्तों बाद परखते हैं.
पता ये चला है कि शब्द याद करने के बाद सारी रात जागने वाले छात्र बाद के दिनों में चाहे जितना सो लें, उनके याद किए हुए शब्द दोबारा याद करने में दिक़्क़त होती है.
इन लोगों के मुक़ाबले, जो लोग शब्दों को याद करने के बाद रात में सो गए, उन्हें याद किए हुए लफ़्ज़ों को दोबारा याद करने में मशक़्क़त नहीं करनी पड़ी.
टैमिनेन कहते हैं कि, "नींद का हमारी सीखने की क्षमता से गहरा नाता है. भले ही आप सोते वक़्त कुछ पढ़ नहीं रह होते, लेकिन आप का दिमाग़ उस वक़्त भी पढ़ रहा होता है. सीख रहा होता है. वो आपके लिए रतजगा कर के पढ़ाई कर रहा होता है. अगर आप ठीक से नहीं सोते, तो भले ही आप कितनी कोशिशें कर लें, आप की याददाश्त कम ही रहनी है."
हम ने टैमिनेन की 'स्लीब लैब' में जाकर सोते हुए लोगों के ज़हन में झांकने की कोशिश की. इस लैब में बिस्तर के ऊपर छोटी सी ईईजी मशीन यानी इलेक्ट्रोएनसेफैलोग्राफी मशीन लगी होती है.
इस मशीन के ज़रिए सो रहे लोगों के दिमाग़ की गतिविधियों पर नज़र लखी जाती है. ये देखा जाता है कि सोते वक़्त दिमाग़ के अलग-अलग हिस्सों (फ्रॉन्टल, टेम्पोरल और पैरिएटल) में क्या हो रहा होता है. इसके अलावा ठोढ़ी और आंखों की हरकतों पर भी निगाह रखी जाती है.
लेकिन, फ़िलहाल तो टैमिनेन की रिसर्च के निशाने पर है, गहरी नींद का दौर. इसे वैज्ञानिक भाषा में 'स्लो वेव स्लीप' कहते हैं. ये यादें इकट्ठी करने और उन्हें सहेज कर रखने के लिए बहुत ज़रूरी होती है. इस दौरान, हमारे दिमाग़ का 'हिप्पोकैम्पस' हिस्सा दिमाग़ के दूसरे हिस्से 'नियोकॉर्टेक्स' के लगातार संपर्क में रहता है.
हिप्पोकैम्पस बहुत तेज़ी से चीज़ें सीखता है. वो रात में गहरी नींद के दौरान नियोकॉर्टेक्स को नई सीखी हुई जानकारियों को सहेजने में मदद करता है, ताकि ज़रूरत पड़ने पर उन्हें दोबारा से याद किया जा सके. तो, दिन में जो हिप्पोकैम्पस किसी जानकारी को जल्दी से सीखने में मदद करता है.
वही, हिप्पोकैम्पस रात में उस जानकारी को अच्छे से सहेजने का काम करता है. ये काम वो तभी करता है, जब आप गहरी नींद में होते हैं. फिर इस जानकारी को हिप्पोकैम्पस इसी तरह की दूसरी जानकारियों के साथ सहेज कर रखता है, ताकि वक़्त पड़ने पर दोनों के मेल से आप बेहतर नतीजे हासिल कर सकें.
किसी समस्या का हल खोजने में इस जानकारी की मदद ले सकें. इस काम में नियोकॉर्टेक्स की तंत्रिकाएं, हिप्पोकैम्पस की मददगार होती हैं. नियोकॉर्टेक्स और हिप्पोकैम्पस को जोड़ने वाली तंत्रिकाओं में नींद वाले तंतु होते हैं. ये तीन सेकंड की छोटी-छोटी खूंटियां होती हैं.
टैमिनेन बताते हैं कि इन तंतुओं की मदद से नई जानकारी का ज़हन में जमा पुरानी जानकारी से नाता तलाशा और जोड़ा जाता है.
तो, अगर आप ने दिन में कोई नया शब्द याद किया है. फिर रात में अच्छी नींद लेते हैं. तो इससे ये नए शब्द आप की पहले जमा शब्दावली में उन शब्दों के साथ जुड़ते हैं, जो नए याद किए गए लफ़्ज़ से नाता रखते हैं.
गहरी नींद में हमारी आंखें तेज़ फड़फड़ाती हैं. इसे आरईएम यानी रैपिड आई मूवमेंट कहते हैं. इसका नई भाषा सीखने की हमारी क्षमता से गहरा ताल्लुक़ है.
इस दौरान हम ख़्वाब देख रहे होते हैं. साथ ही नई भाषा से संबंध बना रहे होते हैं. कनाडा की राजधानी ओटावा की यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुई रिसर्च से ये बात साबित हो चुकी है.
Saturday, August 18, 2018
中国三记重拳打击可再生能源浪费
目前中国已经成为可再生能源行业的领跑者。短短五年,中国在该领域的投资就从390亿美元猛增至1110亿美元,太阳能发电能力增长了167倍,风能则翻了两番。可再生能源的实际利用率也在迅速增长,非化石燃料在一次能源消费中的占比从2010年的8.3%提高到2015年的12%,超过了11.4%的既定目标,也为中国兑现2020年可再生能源占比15%的哥本哈根承诺以及2030年20%的巴黎承诺打下了坚实的基础。
和其他国家一样,中国也面临着向低碳电力转型的各种挑战。主要问题之一就是“弃电”,指的是:即便风能和太阳能电厂可以生产电力,电网也无法将其并入。2015上半年,中国将近10%的太阳能发电能力未被利用,而全年被浪费的风力发电则高达15%。在甘肃、宁夏、黑龙江、新疆和云南等省份,这种情况更加严重。
中国的《可再生能源法》禁止“弃风弃光”,但问题依旧,部分在于技术原因。但是,绝大部分原因并非技术性的。在实践中,化石燃料发电厂比可再生能源有优先权,在中国这样一个燃煤发电产能大量过剩的国家,给太阳能和风能留下的空间就更小了。另外,可再生能源布局整合如何落实也缺乏明确安排。因此,中国可再生能源的健康发展必须更好地制定和落实政策。
三记重拳
为了解决这一问题,中国政府在过去两个月中连续打出了三记“组合拳”。
第一记:紧急叫停新燃煤电厂建设
据媒体报道,中央政府已经下令13个省份暂缓核准自用煤电项目,15省缓建已经批准的项目。政府还制定了一个煤电建设风险预警机制,预测并阻止地方政府作出让未来煤电过剩恶化的决策。根据未来三年的预警信号,28个省级电网区域的预警状态为预警程度最严峻的“红色”,这要求地方政府暂停批准项目,企业也要重新考虑投资。中国政府此举的目的是通过遏制占主导地位煤电的进一步扩张,防止煤电与可再生能源发生破坏性的竞争。
第二记:通过“管理办法”保证上网可再生能源电力的销售
三月份出台的《可再生能源发电全额保障性收购管理办法》(简称《办法》)为风电和可利用规模的太阳能发电设置了保障性收购年利用小时数,以保证这些项目的成本回收并取得合理的利润。办法中首次提出,如果化石燃料发电挤占了可再生能源的保障性收购份额,就要对其作出补偿,这样一来,化石燃料所挤占的这部分市场的发电成本就会提高。在保障性收购之外,《办法》也鼓励可再生能源以具有竞争力的价格参与电力市场。由于可再生能源的边际成本较低,这一举措可以进一步扩大可再生能源发电的规模。另外,《办法》对于其他可再生能源形式,如生物质能、地热能、海洋能和分布式太阳能发电等,也都规定了保障性收购。
《办法》还明确了中央和地方管理者、化石燃料与可再生能源发电厂,以及电网公司的角色和责任,为切实执行提供了必需的清晰界定。
《办法》的出台,使中国向着绿色电力调度系统的建立迈出了坚实的一步。所谓“绿色电力调度系统”,就是对可再生、高效、低碳的能源进行优先调度,这也是习近平主席在2015年9月的《中美元首气候变化联合声明》中呼吁建立的。
第三记:制定可再生能源消费和发电目标
中央政府还发布了“国家能源局关于建立可再生能源开发利用目标引导制度的指导意见”(简称“指导意见”),为非水电可再生能源(太阳能、风能、生物质能、地热能、波浪能和潮汐能等)发电制定了最低消费目标。如今已经有31个省份定下了2020年的消费目标,从5%到13%不等,将大大激励地方政府对可再生能源进行整合。
与此同时,“指导意见”还要求电力企业到2020年要实现非水力可再生能源发电在总发电量中至少占比9%,也就是说差不多要在五年内翻一番。它还明确了设立绿色电力证书交易机制的目标,在该机制下,电力企业可以出售或购进可再生能源,通过这种方式来满足上面提到的要求。
数据来源:2010-2014年数据来自中国电力企业联合会;2015年数据来自国家统计局《2015年国民经济和社会发展统计公报》;2020年要求量来自国家能源局。
和其他国家一样,中国也面临着向低碳电力转型的各种挑战。主要问题之一就是“弃电”,指的是:即便风能和太阳能电厂可以生产电力,电网也无法将其并入。2015上半年,中国将近10%的太阳能发电能力未被利用,而全年被浪费的风力发电则高达15%。在甘肃、宁夏、黑龙江、新疆和云南等省份,这种情况更加严重。
中国的《可再生能源法》禁止“弃风弃光”,但问题依旧,部分在于技术原因。但是,绝大部分原因并非技术性的。在实践中,化石燃料发电厂比可再生能源有优先权,在中国这样一个燃煤发电产能大量过剩的国家,给太阳能和风能留下的空间就更小了。另外,可再生能源布局整合如何落实也缺乏明确安排。因此,中国可再生能源的健康发展必须更好地制定和落实政策。
三记重拳
为了解决这一问题,中国政府在过去两个月中连续打出了三记“组合拳”。
第一记:紧急叫停新燃煤电厂建设
据媒体报道,中央政府已经下令13个省份暂缓核准自用煤电项目,15省缓建已经批准的项目。政府还制定了一个煤电建设风险预警机制,预测并阻止地方政府作出让未来煤电过剩恶化的决策。根据未来三年的预警信号,28个省级电网区域的预警状态为预警程度最严峻的“红色”,这要求地方政府暂停批准项目,企业也要重新考虑投资。中国政府此举的目的是通过遏制占主导地位煤电的进一步扩张,防止煤电与可再生能源发生破坏性的竞争。
第二记:通过“管理办法”保证上网可再生能源电力的销售
三月份出台的《可再生能源发电全额保障性收购管理办法》(简称《办法》)为风电和可利用规模的太阳能发电设置了保障性收购年利用小时数,以保证这些项目的成本回收并取得合理的利润。办法中首次提出,如果化石燃料发电挤占了可再生能源的保障性收购份额,就要对其作出补偿,这样一来,化石燃料所挤占的这部分市场的发电成本就会提高。在保障性收购之外,《办法》也鼓励可再生能源以具有竞争力的价格参与电力市场。由于可再生能源的边际成本较低,这一举措可以进一步扩大可再生能源发电的规模。另外,《办法》对于其他可再生能源形式,如生物质能、地热能、海洋能和分布式太阳能发电等,也都规定了保障性收购。
《办法》还明确了中央和地方管理者、化石燃料与可再生能源发电厂,以及电网公司的角色和责任,为切实执行提供了必需的清晰界定。
《办法》的出台,使中国向着绿色电力调度系统的建立迈出了坚实的一步。所谓“绿色电力调度系统”,就是对可再生、高效、低碳的能源进行优先调度,这也是习近平主席在2015年9月的《中美元首气候变化联合声明》中呼吁建立的。
第三记:制定可再生能源消费和发电目标
中央政府还发布了“国家能源局关于建立可再生能源开发利用目标引导制度的指导意见”(简称“指导意见”),为非水电可再生能源(太阳能、风能、生物质能、地热能、波浪能和潮汐能等)发电制定了最低消费目标。如今已经有31个省份定下了2020年的消费目标,从5%到13%不等,将大大激励地方政府对可再生能源进行整合。
与此同时,“指导意见”还要求电力企业到2020年要实现非水力可再生能源发电在总发电量中至少占比9%,也就是说差不多要在五年内翻一番。它还明确了设立绿色电力证书交易机制的目标,在该机制下,电力企业可以出售或购进可再生能源,通过这种方式来满足上面提到的要求。
数据来源:2010-2014年数据来自中国电力企业联合会;2015年数据来自国家统计局《2015年国民经济和社会发展统计公报》;2020年要求量来自国家能源局。
Thursday, August 16, 2018
《巴黎协定》:六个月过去了,变化何在?
个多月以前,195个国家尚未就控制本国温室气体排放达成一份全球协议,而我们也不能完全确定各国是否能达成这样一份协议。
此次气候大会在巴黎市郊一座由飞机库改建而成的会场举行。会议期间,那里弥漫着紧张的气氛。这场组织非常成功的会谈是否会在最后一刻像一块烤焦的法式土司一样,四分五裂?
如果这种情况真的发生了,那我们这一代人在有生之年是否还会再次看到各国尝试缔结一个全球性的气候条约?
随着法国外交部长洛朗·法比尤斯欣然落槌,协议达成,人类迎来了新的时代。
毫不夸张地说,2015年12月12日之后的六个月间,关于这一协议的解读可谓五花八门。对一些国家而言,协议并没有带来多少变化,绿色运动的激进派认为,《巴黎协定》将无法防止气候变化造成的危险影响,而棕色运动评论员则坚称发展中国家不会履行自己的承诺。
然而,也有很多人持中间观点,认为《巴黎协定》的确有一定价值;它虽然不能“解决”气候变化问题,但能够对碳排放造成实质性影响,加速低碳技术投资,提高对化石燃料投资风险的认识,为贫穷国家带去财政和技术援助,并且为全球气候行动注入新的信心。
那么……六个月过去了,到底哪一方的观点是正确的呢?
签署未来
两个月前,在联合国总部举行的《巴黎协定》签署仪式上,有174个国家正式签署了该协议。这一数字不仅打破了联合国协议首日签署量的记录,而且遥遥领先于先前的记录(之前的记录是1982年《联合国海洋法公约》签署时的119个国家)。无论以何种标准衡量,这一现象都有着相当大的政治背书的意味。
然而,收集签名并不能让《协定》生效,其生效的条件为,需有不少于55个国家以各自的方法正式通过该协议(例如由国会批准),且这些国家温室气体排放总量至少占全球排放总量的55%以上。
截至目前,仅有17个国家正式通过了《巴黎协定》,这些国家温室气体排放量总和仅占全球排放总量的不到1%。
然而,欧洲委员会和欧盟各成员国有意尽快完成协议的批准工作——匈牙利已经通过,而法国计划明天就通过协议。
更重要的是,印度总理纳伦德拉·莫迪和美国总统巴拉克·奥巴马已经承诺将于年内加入该协议(后者是受到了唐纳德·J·特朗普可能成为其继任者的刺激);同样更加重要的还有,中国也承诺通过协议。所以,《巴黎协定》很有可能在今年内生效。
各国政府同意加入巴黎气候协定,很大程度上是因为该协定反映了其国内的现状。所以,低碳转型在世界各个角落蓬勃发展也应该不足为奇。
对太平洋岛屿国家而言,大规模开发可再生能源的决定不仅是出于对气候变化的忧虑,也是其拥有良好经济判断力的体现。因为不开发可再生能源,这些岛屿国家就必须从千里之外进口化石燃料。然而,仍有人认为“发展中国家永远不可能放弃使用化石燃料”,无论是何人持有这类观点,他显然没有注意到库克群岛(正在努力实现其2020年之前所有电力均来自可再生能源的目标)、图瓦卢(目标同上)或者萨摩亚(明年将是其实现全部电能100%来自可再生能源的里程碑之年)这些地区的行动。
不过,巴黎的号角声在东亚回响得最为嘹亮。
今年1月,时任越南总理阮晋勇宣布政府将修订国家煤炭发展计划,并明确表示《巴黎协定》是政府做出这一决定的原因(“严格遵守国际承诺,削减碳排放,推动可再生能源的发展)。此举令观察人士颇感震惊。
就像是美国前总统里根最糟糕的噩梦一般,越南的这一决定在周边邻国引起了一连串低碳多米诺效应。3月,中国政府要求国内13个省份停止批准新建燃煤电站,并下令15个省份停止建设已经批准的燃煤电站。一个月后,有消息称,除了三个省份之外,中国计划在全国范围内停止批准新建燃煤电站。
本月初,即将上台的菲律宾新政府表示,将会对数十个燃煤机组建设项目进行审查;而印度尼西亚总统佐科·维多多也正在重新考虑燃煤发电的问题,计划装机1.6亿千瓦的煤炭发电项目也因为政府想要增加可再生能源投资而陷入僵局。中国和印度尼西亚,甚至印度都在减少煤炭的开采量。
很难说,上述各国的行动是否完全是因为《巴黎协定》。由于产能过剩,中国和印度两国燃煤电站的使用率一直在下降。即便没有联合国的这项协议,燃煤发电走向衰落也是可以预见的。
但同样,《巴黎协定》的影响也不可忽视。为了确保贷款决定符合《巴黎协定》将全球升温幅度控制在“大大低于” 2摄氏度的目标,贷款方,尤其是各区域发展银行感受到了新的压力。
对中国而言,还有一个特殊的动因。巴黎大会证实,世界正在朝着一个低碳的未来发展,而中国想要建造许多其他国家需要的低碳产品。因此,《巴黎协定》达成之后,中国有更充足的理由切实投资国内低碳产业。
不走寻常路的商界
早在巴黎气候大会召开之前,许多商业企业就已经朝着完全依靠可再生能源的方向转型了。
大会召开之后,更多企业也加入了这一行列,其中包括食品加工及包装跨国企业利乐包装、媒体及营销集团电通安吉斯、以及最值得关注的印度汽车制造巨头塔塔汽车。
在英国,玛氏公司的产品生产目前已经完全使用可再生能源。
不过,去年12月以来,所有这些企业中变化最大的当属石油和天然气企业。该领域的两大世界巨头壳牌和道达尔首次将全球温升不超过2摄氏度的控温目标纳入其发布的未来能源发展情境中。
虽然这些情境存在漏洞,其他石油巨头也没有采取相同的行动;但与之前相比,这已经是很深刻的改变。
这一变化在很大程度上归功于气候变化活动者在巴黎大会成果的鼓励之下,不断加大他们改革石油和天然气企业的努力。若真如这些活动家所愿,这些企业很快就会进一步加深改革;可以预计,每年的股东大会上都会出现新的与气候和投资风险相关的股东决议。
这一切的变化加起来就足以让世界达成《巴黎协定》中将全球变暖控制在“远低于2摄氏度”的目标了吗?到目前为止,还不能。但同样地,我们也不可能太过谦虚地回顾过去这几个月,然后说《巴黎协定》没有带来任何变化。
以我宿醉的经验来看,酒醒后的第二天早晨,世界看起来会很不一样。《巴黎协定》达成后六个月,世界仍在变化。
此次气候大会在巴黎市郊一座由飞机库改建而成的会场举行。会议期间,那里弥漫着紧张的气氛。这场组织非常成功的会谈是否会在最后一刻像一块烤焦的法式土司一样,四分五裂?
如果这种情况真的发生了,那我们这一代人在有生之年是否还会再次看到各国尝试缔结一个全球性的气候条约?
随着法国外交部长洛朗·法比尤斯欣然落槌,协议达成,人类迎来了新的时代。
毫不夸张地说,2015年12月12日之后的六个月间,关于这一协议的解读可谓五花八门。对一些国家而言,协议并没有带来多少变化,绿色运动的激进派认为,《巴黎协定》将无法防止气候变化造成的危险影响,而棕色运动评论员则坚称发展中国家不会履行自己的承诺。
然而,也有很多人持中间观点,认为《巴黎协定》的确有一定价值;它虽然不能“解决”气候变化问题,但能够对碳排放造成实质性影响,加速低碳技术投资,提高对化石燃料投资风险的认识,为贫穷国家带去财政和技术援助,并且为全球气候行动注入新的信心。
那么……六个月过去了,到底哪一方的观点是正确的呢?
签署未来
两个月前,在联合国总部举行的《巴黎协定》签署仪式上,有174个国家正式签署了该协议。这一数字不仅打破了联合国协议首日签署量的记录,而且遥遥领先于先前的记录(之前的记录是1982年《联合国海洋法公约》签署时的119个国家)。无论以何种标准衡量,这一现象都有着相当大的政治背书的意味。
然而,收集签名并不能让《协定》生效,其生效的条件为,需有不少于55个国家以各自的方法正式通过该协议(例如由国会批准),且这些国家温室气体排放总量至少占全球排放总量的55%以上。
截至目前,仅有17个国家正式通过了《巴黎协定》,这些国家温室气体排放量总和仅占全球排放总量的不到1%。
然而,欧洲委员会和欧盟各成员国有意尽快完成协议的批准工作——匈牙利已经通过,而法国计划明天就通过协议。
更重要的是,印度总理纳伦德拉·莫迪和美国总统巴拉克·奥巴马已经承诺将于年内加入该协议(后者是受到了唐纳德·J·特朗普可能成为其继任者的刺激);同样更加重要的还有,中国也承诺通过协议。所以,《巴黎协定》很有可能在今年内生效。
各国政府同意加入巴黎气候协定,很大程度上是因为该协定反映了其国内的现状。所以,低碳转型在世界各个角落蓬勃发展也应该不足为奇。
对太平洋岛屿国家而言,大规模开发可再生能源的决定不仅是出于对气候变化的忧虑,也是其拥有良好经济判断力的体现。因为不开发可再生能源,这些岛屿国家就必须从千里之外进口化石燃料。然而,仍有人认为“发展中国家永远不可能放弃使用化石燃料”,无论是何人持有这类观点,他显然没有注意到库克群岛(正在努力实现其2020年之前所有电力均来自可再生能源的目标)、图瓦卢(目标同上)或者萨摩亚(明年将是其实现全部电能100%来自可再生能源的里程碑之年)这些地区的行动。
不过,巴黎的号角声在东亚回响得最为嘹亮。
今年1月,时任越南总理阮晋勇宣布政府将修订国家煤炭发展计划,并明确表示《巴黎协定》是政府做出这一决定的原因(“严格遵守国际承诺,削减碳排放,推动可再生能源的发展)。此举令观察人士颇感震惊。
就像是美国前总统里根最糟糕的噩梦一般,越南的这一决定在周边邻国引起了一连串低碳多米诺效应。3月,中国政府要求国内13个省份停止批准新建燃煤电站,并下令15个省份停止建设已经批准的燃煤电站。一个月后,有消息称,除了三个省份之外,中国计划在全国范围内停止批准新建燃煤电站。
本月初,即将上台的菲律宾新政府表示,将会对数十个燃煤机组建设项目进行审查;而印度尼西亚总统佐科·维多多也正在重新考虑燃煤发电的问题,计划装机1.6亿千瓦的煤炭发电项目也因为政府想要增加可再生能源投资而陷入僵局。中国和印度尼西亚,甚至印度都在减少煤炭的开采量。
很难说,上述各国的行动是否完全是因为《巴黎协定》。由于产能过剩,中国和印度两国燃煤电站的使用率一直在下降。即便没有联合国的这项协议,燃煤发电走向衰落也是可以预见的。
但同样,《巴黎协定》的影响也不可忽视。为了确保贷款决定符合《巴黎协定》将全球升温幅度控制在“大大低于” 2摄氏度的目标,贷款方,尤其是各区域发展银行感受到了新的压力。
对中国而言,还有一个特殊的动因。巴黎大会证实,世界正在朝着一个低碳的未来发展,而中国想要建造许多其他国家需要的低碳产品。因此,《巴黎协定》达成之后,中国有更充足的理由切实投资国内低碳产业。
不走寻常路的商界
早在巴黎气候大会召开之前,许多商业企业就已经朝着完全依靠可再生能源的方向转型了。
大会召开之后,更多企业也加入了这一行列,其中包括食品加工及包装跨国企业利乐包装、媒体及营销集团电通安吉斯、以及最值得关注的印度汽车制造巨头塔塔汽车。
在英国,玛氏公司的产品生产目前已经完全使用可再生能源。
不过,去年12月以来,所有这些企业中变化最大的当属石油和天然气企业。该领域的两大世界巨头壳牌和道达尔首次将全球温升不超过2摄氏度的控温目标纳入其发布的未来能源发展情境中。
虽然这些情境存在漏洞,其他石油巨头也没有采取相同的行动;但与之前相比,这已经是很深刻的改变。
这一变化在很大程度上归功于气候变化活动者在巴黎大会成果的鼓励之下,不断加大他们改革石油和天然气企业的努力。若真如这些活动家所愿,这些企业很快就会进一步加深改革;可以预计,每年的股东大会上都会出现新的与气候和投资风险相关的股东决议。
这一切的变化加起来就足以让世界达成《巴黎协定》中将全球变暖控制在“远低于2摄氏度”的目标了吗?到目前为止,还不能。但同样地,我们也不可能太过谦虚地回顾过去这几个月,然后说《巴黎协定》没有带来任何变化。
以我宿醉的经验来看,酒醒后的第二天早晨,世界看起来会很不一样。《巴黎协定》达成后六个月,世界仍在变化。
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